24.6.19

राजपुरोहित के घर की रोटी, राजपुरोहित के घर की दाल, छप्पन भोग में भी नही ऐसा कमाल।

 आज ही बहुत ही अच्छी पोस्ट मुझे मिली हालांकि इस पोस्ट को किसने लिखा है यह जानकारी नहीं है क्योंकि जहां से यह पोस्ट मैंने उठाई है वहां पर लेखक का कोई नाम नहीं लिखा है तो इसीलिए हम भी इस पोस्ट में उस अज्ञात लेखक का नाम नहीं लिख पाएंगे पर उसकी लेखनी को हम नमन जरूर करेंगे तो आनंद लीजिए इस पोस्ट का.....  और अगर आपको मालूम है कि यह पोस्ट किसने लिखी है तो लेखक का नाम कमेंट बॉक्स में जरूर लिखिएगा

राजपुरोहित के घर की रोटी, राजपुरोहित के घर की दाल।

        छप्पन भोग में भी नही ऐसा कमाल।

  राजपुरोहित के  घर  का आचार
        बदल देता है विचार।

 
राजपुरोहित के  घर  का पानी।     
शुद्ध करे वाणी।

राजपुरोहित के घर  के फल और फूल।
      उतार देती है जन्मों -जन्मों की घूल।
राजपुरोहित की  छाया।
        बदल देती है काया।

राजपुरोहित के घर  का रायता।
        मिलती है चारों और से सहायता।

 राजपुरोहित के घर के आम।
       नई सुबह नई शाम
राजपुरोहित के घर का हलवा
      दिखाता है जलवा।

राजपुरोहित की सेवा।
     मिलता है मिश्री और मेवा।

    💐💐  जय रघुनाथ जी री  💐💐
 🌷     🌷   राजपुरोहित हो तो आगे शेयर जरूर करें🙏🏻🙏🏻🙏🏻

1 comment:

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