30.7.18

किरण राजपुरोहित नितिला की उपलब्धियों एवम परिचय

प्रिय बन्धुओं ,,, 
राजपुरोहित समाज के साहित्य संगीत एवम खेल से जुड़ी हस्तियों की उपलब्धियों एवम परिचय की श्रंखला में आज की कड़ी में हम प्रसिध्द कवियित्री , साहित्यकार एवम चित्रकारा आदरणीया किरण राजपुरोहित नितिला जी को लेकर आये है ।
राजपुरोहित समाज की आप जैसी नारी शक्ति का साहित्य जगत में नाम होना अपने समाज की ही नहीं अपितु समस्त राजस्थान की बेटियों के लिए एक प्रेरणा है ।


नवम्बर 1974 को पाली जिले के वरकाणा गांव में जन्मी आप हाल शास्त्रीनगर जोधपुर में रह रही है ।
आपके पतिदेव श्री नरेन्द्रसिंह जी जोधपुर में डॉक्टर है ।
सितार और राजस्थानी साहित्य में बी ए की शिक्षा के बाद आपने राजनीति शास्त्र से एम.ए. की शिक्षा की प्राप्त की ।
आपका साहित्य ज्ञान बहुत ही गूढ है ,
आपके अब तक एक राजस्थानी कविता संग्रह "ज्यूँ सैणी तितली (2011) , एक हिंदी कविता संग्रह "झर-झर निर्झर " (2013) और एक राजस्थानी कहानी संग्रह "कांठळ" (2016) प्रकाशित हो चुके है ।

इसके अलावा नया ज्ञानोदय , परिवार पत्रिका , सेतु , मुक्ता , तत्सम ,अहल्या , हम साथ-साथ है एवम दीपज्योति जैसी कई पत्रिकाओं में आपकी लिखी कहानियां प्रकाशित होती रहती है ।

कादम्बनी , सरस्वती सुमन ,साहित्य सागर , द्विपलहरी ,मधुमती , समग्र दृष्टि , दीप ज्योति , साहित्य चन्द्रिका , मानसी , प्रयास एवम माणक जैसी प्रतिष्ठित पत्रिकाओं से आपकी कई रचनाओ का प्रकाशन हो चुका है । 
ई-पत्रिकायें जैसे अभिव्यक्ति , स्वर्गविभा , साहित्य कुंज आदि से कविता कहानी , लघु कथा तथा तेल चित्र प्रकाशित हुए है। 
समग्र दृष्टि , माणक , अहा!जिंदगी , मधुरिमा , शिष्ट विनोद से लघु कथाएं संस्मरणादि प्रकाशित। 
राष्ट्रीय साहित्य संकलनों में भी रचनाओ को स्थान मिलता रहता है । 
रेखाचित्र एवम तेलचित्र बनाने में भी आपकी रुचि है , 2007 हस्त शिल्प मेला जोधपुर एवम 2008 में तेल चित्रों की युगल प्रदर्शनी तथा जनवरी 2008 में जोधपुर में पहले पेंटिग सेमिनार का सफल आयोजन ।

आपके द्वारा उकेरे गए चित्रों का चयन विभिन्न पत्र पत्रिकाओं के मुख पृष्ठ के लिए किया जाता है। 
इसके अलावा आप दूरदर्शन के मरुधरा कार्यक्रम में साहित्य सिरजण पर बातचीत के लिये कई बार उपस्थित रह चुकी है ।

राजस्थानी भाषा साहित्य एवम संस्कृति अकादमी बीकानेर द्वारा आपको 'सांवर दईया पैली पोथी पुरस्कार'से सम्मानित किया जा चुका है । 
प्रज्ञा जोधपुर साहित्यिक संस्था द्वारा भी आपको सम्मानित किया जा चुका है । 
आपके कहानी संग्रह "कांठळ" के लिए आपको 'चम्पादेवी सबलावत स्मृति कहानी पुरस्कार ' भी प्राप्त हुआ है। 
जोधपुर दरबार श्री गजेसिंह जी द्वारा 'वीर दुर्गादास सम्मान ' से भी आपको सम्मानित किया जा चुका है । 
आप दुबई एवम लन्दन की यात्रा भी कर चुकी है ।
लन्दन यात्रा के दौरान आप एक महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आई कि लन्दन लाइब्रेरी में डॉ नरसिंह जी राजपुरोहित की किताब "अधूरा सुपणा" सहित राजपुरोहित समाज के कई साहित्यकारो की अलग अलग पुस्तकें उपलब्ध है। 

आप फोटोग्राफी में भी निपुण है , आपके द्वारा लिए गए चित्र अपने आप मे एक रचना होते है ।

Rajpurohit samaj india पेज एवम ग्रुप समाज की महान नारी शक्ति आदरणीया किरण राजपुरोहित का सह्रदय से आभार प्रकट करते हुए सम्मान करता है । 

प्रिय बन्धुओ आपसे निवेदन है कि अगर आप अपने मित्रों के बीच दिनभर फेसबुक वाट्सअप पर चुटकुले शेयर कर सकते है तो सप्ताह में एक बार आने वाली इस जानकारी को भी शेयर किया करें ताकि प्रत्येक समाज बन्धु हमारे समाज की प्रतिभाओ एवम हस्तियों से रूबरू हो सके ।
आपको हमारी ये पहल कैसी लगी हमें सुझाव जरूर दीजियेगा ।
अगले शनिवार हम फिर एक नई हस्ती को लेकर आएंगे ।
Rajpurohit samaj india पेज एवम ग्रुप समाज पर 
जय श्री खेतेश्वर दाता री सा ।।
लेखक 

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