13.6.22

राजपुरोहित बाहुल्य निंबाड़ा गांव में 550 साल में पहली बार ऐसा निर्णय लिया

 राजपुरोहित समाज की बहुत ही सराहनीय पहल 

सामाजिक जीवन में इस तरह की अगर खबर कहीं से निकलकर के आती है तो सामाजिक समरसता जाति प्रथा और भेदभाव को खत्म करने के लिए यह सुखद तस्वीर है।

राजपुरोहित बाहुल्य निंबाड़ा गांव में 550 साल में पहली बार ऐसा निर्णय लिया है घोड़े पर चढ़ाया दलित दूल्हा बंदोली में साथ चले साथ ही दिया नेग ।

निंबाड़ा राजपुरोहित समाज की नई पहल 
 दलित समाज के दूल्हे को घोड़ी पर बिठाकर बंदोली निकाली इस प्रकार का काम सभी गांवों में जरूर होना चाहिए इसे बहरी वामपंथी लोग आकर स्थानीय लोगों में जहर घोलने का काम नहीं करेंगे और सामाजिक समरसता बनी रहेगी जाति व्यवस्था जाति व्यवस्थाओं की जगह पर है लेकिन सामाजिक परंपराओं में किसी के साथ भेदभाव करना उचित नहीं है सब को जीने का हक है।

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