23.11.22

मनोहर अपहरण कांड 6 साल बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ आज भी खाली

मनोहर नेतरा अपहरण कांड  23 नवंबर 2016 को फालना पढ़ने के लिए घर से निकला था मनोहर आज दिन तक नहीं लौटा

  6 साल से खून के आंसू रोते हुए माता पिता एवं तीन बहने कर रही है इंतजार 20 महीने पहले की  राजस्थान सरकार ने सीबीआई जांच  की थी अनुशंसा केंद्र सरकार ने नहीं दी मंजूरी।
 
  सुमेरपुर निकटवर्ती नेतरा गांव के प्रकाशसिंह राजपुरोहित का 16 वर्षीय पुत्र जो 23 नवंबर 2016 को पढ़ने के लिए फालना कोचिंग क्लासेज गया था लेकिन आज 6 साल बीत जाने के बावजूद भी उस बच्चे का राजस्थान पुलिस सुराग नहीं लगा पाई है माता-पिता ने स्थानीय विधायक से लेकर प्रधानमंत्री गुहार लगाई फिर भी मनोहर का कोई सुराग नहीं लगा है माता-पिता परिवार और राजपुरोहित  समाज का एक ही सवाल है आखिर मनोहर कब मिलेगा? क्योंकि 6 साल बहुत बड़ा समय होता है माता पिता के लिए क्योंकि 10 मिनट मां का लाल मां की आंखों से इधर उधर हो जाता है मां बेचैन हो जाती है लेकिन यहां पर  6 वर्ष बीत चुके हैं बच्चे का कोई सुराग नहीं है  मनोहर  अपने माता-पिता की पुत्र के रूप में एकलौती संतान थी।
 सीबीआई जांच को लेकर 20 महीने पहले अखिल भारतीय राजपुरोहित समाज संघर्ष समिति ने आक्रोश रैली निकालकर किया था। धरना प्रदर्शन राजस्थान के  बहुचर्चित  मामले में मनोहर के परिवार को न्याय दिलाने को लेकर सीबीआई जांच को लेकर अखिल भारतीय राजपुरोहित  समाज संघर्ष समिति ने सुमेरपुर में  एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया था जिसमें 50हजार  की संख्या में लोग शामिल हुए थे एवं उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन दिया गया था   और विधानसभा का घेराव करने की बात कही गई थी।

 राजस्थान सरकार ने 20 महीने पहले की है केंद्र सरकार से  सीबीआई जांच की अनुशंसा
 सुमेरपुर में 1 दिवसीय धरना प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तत्परता दिखाते हुए 20 मार्च 2021 को उक्त मामले में सीबीआई जांच को लेकर केंद्र सरकार को लिखा गया   लेकिन आज 20 महीने बीत जाने के बावजूद भी अभी तक इस मामले में सीबीआई ने एफआईआर भी दर्ज नहीं की है  

 आखिर केंद्र सरकार सीबीआई जांच को मंजूरी क्यों नहीं दे रही है ?
 राजस्थान सरकार ने 20 महीने पहले सीबीआई जांच की अनुशंसा की लेकिन 20 महीने बीत जाने के बावजूद भी केंद्र सरकार ने सीबीआई जांच को अभी तक मंजूरी नहीं दी है जिसके कारण परिवार को जो न्याय मिलने की उम्मीद थी वह भी अभी खत्म होती हुई नजर आ रही है  सभी का एक ही सवाल है आखिर मनोहर की कब होगी सीबीआई जांच ?
 23 नवंबर 2016 को पढ़ने गया था मनोहर
 मनोहर 23 नवंबर 2016 को पढ़ने गया था फालना उसके बाद आज दिन तक नहीं लौटा बदमाशों द्वारा 25लाख रुपए  की फिरौती मांगी गई लेटर भी आए जहां पर भी अपहरणकर्त्ताों  ने परिवार को बुलाया वहां पहुंचे लेकिन अपहरणकर्ता और मनोहर का कोई सुराग नहीं लगा मनोहर की तीन बहने हैं तीनों की शादी हो चुकी है अब मनोहर के बूढ़े माता-पिता बूढ़े नहीं है लेकिन 6 साल बाद भी अपने पुत्र का जो इकलौती संतान थी उसका सुराग नहीं लगने पर अब उनकी हालत बहुत ही दयनीय स्थिति में पहुंच गई है क्योंकि तीनों बहनों की शादियां हो गई है ससुराल चली गई और माता पिता मनोहर के वियोग में रो-रो कर बूढ़े हो गए हैं फिर भी एक ही सवाल करते हैं आखिर हमारे मनोहर का कब लगेगा सुराग  उक्त मामले में स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा रूचि नहीं लेने के कारण मामला लटक गया है उम्मीद करते हैं जनप्रतिनिधियों के अंदर की आत्मा जागे और मनोहर के परिवार को इंसाफ मिले और केंद्र सरकार सीबीआई जांच शुरू करें।
 न्यूज By मरुधर आईना भरतसिंह राजपुरोहित अगवरी

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