7.4.22

राजपुरोहित होकर राजपुरोहित का, आप सभी सम्मान करो

राजपुरोहित होकर राजपुरोहित का, 
               आप सभी सम्मान करो! 
सभी राजपुरोहित एक हमारे, 
          मत उसका नुकसान करो! 
चाहे राजपुरोहित कोई भी हो, 
            मत उसका अपमान करो! 
जो ग़रीब हो, अपना राजपुरोहित,
          धन देकर धनवान करो! 
हो गरीब राजपुरोहित की बेटी, 
          मिलकर कन्या दान करो! 
अगर राजपुरोहित लड़े चुनाव,
        शत प्रतिशत मतदान करो!
हो बीमार कोई भी राजपुरोहित,
         उसे रक्त का दान करो!
बिन घर के कोई मिले राजपुरोहित, 
         उसका खड़ा मकान करो! 
मामला अदालत में गर उसका, 
        बिना फीस के काम करो! 
अगर राजपुरोहित दिखता भूखा, 
        भोजन का इंतजाम करो! 
अगर राजपुरोहित की हो फाईल, 
         शीघ्र काम श्रीमान करो! 
 राजपुरोहित की लटकी हो राशि, 
        शीघ्र आप भुगतान करो! 
राजपुरोहित को अगर कोई सताये, 
       उसकी आप पहचान करो! 
अगर जरूरत हो राजपुरोहित को, 
        घर जाकर श्रमदान करो! 
अगर मुसीबत में हो राजपुरोहित
          फौरन मदद का काम करो! 
अगर  राजपुरोहित दिखे वस्त्र बिना, 
            उसे अंग वस्त्र का दान करो! 
अगर राजपुरोहित दिखे उदास, 
            खुश करने का काम करो! 
अगर राजपुरोहित  घर पर आये, 
          जय श्री रघुनाथ जी बोल सम्मान करो! 
अगर फोन पर बात करते, 
         पहले रामा सामा करो!
अपने से हो बड़ा राजपुरोहित

         उसको आप आदर सम्मान करो!
हो गरीब राजपुरोहित का बालक
         उसकी मदद पूर्ण करो! 
बेटा हो गरीब राजपुरोहित का पढ़ता, 
          कापी पुस्तक दान करो! 
ईश्वर ने अगर तुम्हें दिया, 
 आप खुद पर गर्व करो।

  जय श्री ब्रम्हा जी, जय श्री खेतेश्वर

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जय राजपुरोहित समाज, जय खेतेश्वर जय ब्रह्मधाम 
भीखम सिंह अखेराजोत खीचन

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