22.8.24

राजपुरोहित जाति और इतिहास पर लिखी गई पुस्तकें

आज की महत्वपूर्ण पोस्ट लेकर आया हूं समाज पर अब तक जितनी पुस्तक लिखी गई है उनके बारे में पूरी संक्षिप्त जानकारी। 

राजपुरोहित जाति पर लिखी गई आज तक की पुस्तकें इस प्रकार हैं

(1) राजपुरोहित जाति का इतिहास भाग 1 व 2 
लेखक:- ठा. प्रहलाद सिंह धुंधियाडी
(एक अन्य पुस्तक जशप्रकाश नाम से भी हैं) 
(ये पुस्तक अमेजॉन (amzon) पर भी उपलब्ध है)

(2) राजपुरोहितो का राजस्थान के राजपरिवार से संबंध 
लेखक:- डॉक्टर कुंवर महेंद्र सिंह नगर 

(3) सूजा शतक
लेखक:- प्रोफेसर गजे सिंह निंबोल 

(4) युगयुगीन पाली राज्य का इतिहास
लेखक:- हरिशंकर जी सांथू

(5) राजपुरोहित आदि काल से आज तक
लेखक:-गजे सिंह निंबोल

(6) देवकिशन जी चंपाखेडी द्धारा अनेकों पुस्तके हैं 
जिसमें सिद्ध संत सेवादास जी (निंबावत सेवड़) पावणी नाडी पर भी एक पुस्तक हैं।

(7) पत्रकार डूंगर सिंह फुलासर द्धारा भी सम्पूर्ण राजपुरोहित समाज पर पुस्तक लिखी जा रही हैं 

(8) धरोहर 
लेखक:- भवानी सिंह खेड़ापा

(9) ब्रह्म वंश अद्भुत विस्तार पोटली
लेखक:- जब्बर सिंह सोनाणा( राजपुरोहित महासभा)

(10) चौथू सिंह जी देसलसर द्धारा भी एक पुस्तक लिखी हुई है।

जानकारी भेजने वाले श्री ✍️बलवीर सिंह राजपुरोहित बिकरलाई 

इनमे से कुछ पुस्तकें राजस्थानी ग्रन्थागार दुकान सोजती गेट जोधपुर पर उपलब्ध हैं। फैसबुक पर हमारा पेज "राजपुरोहित संस्कृति एवं विरासत" नाम से आप सभी तक ऐतिहासिक गाथाओं को पहुंचाता है। इंस्टाग्राम पर एक अन्य पेज हमारे टीम के सदस्य राजपुरोहित वॉरियर नाम से संचालित कर रहे हैं ।

ये सभी पुस्तकें राजपुरोहितों के ऐतिहासिक योगदान के संबंध में और उनके द्वारा गौ, मातृभूमि और स्त्री रक्षार्थ अनगिनत बलिदानों की यशस्वी गाथाओं को समेटे हुए है, हम सभी को जरुर पढ़नी चाहिए।

Note:- राजपुरोहितों से संबंधित अन्य कोई ओर स्त्रोत हो तो जुड़वाइए  कृपया हमारे साथ जरूर साझा करें हमारा व्हाट्सएप नंबर है। 09286464911

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