जयपुर के महेशनगर बागवान विहार करतापुरा में रहने वाले अवधेश कुमार राजपुरोहित पेशे से हाईकोर्ट में अधिवक्ता हैं। अवधेश के मुताबिक, उनकी बेटी भावना कक्षा 12 और छोटी बेटी रामा कंवर 11वीं की छात्रा है। दोनों एक ही स्कूल में पढ़ती हैं। तीन फरवरी को स्कूल गई थीं। दो बहनें संदिग्ध हालात में लापता हो गईं थीं। अगले दिन दोनों की लोकेशन चारबाग फिर कुछ देर बाद निशातगंज में मिली। लोकेशन के आधार पर जयपुर पुलिस दोनों किशोरियों के पिता व दादा के साथ लखनऊ पहुंची। इसके बाद महानगर पुलिस से मुलाकात की जिसके बाद से इन दोनों बहनों की तलाश में जयपुर पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच की टीम भी जुट गई है। हालांकि 54 दिन बीत जाने के बाद जयपुर पुलिस को सफलता मिल गई । ओर दोनों बच्चों के मिल जाने के बाद परिवार और समाज में ख़ुशी की लहर...
जानकारी के अनुसार
जयपुर आखिरकार कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव की मेहनत रंग लाई
2 महीने से लापता दो बच्चियों को पुलिस ने खोज निकाला
लखनऊ से दोनों बच्चियों को किया दस्तयाब लखनऊ में पिछले डेढ़ महीने से बच्चियां कर रही थी डोर टू डोर मार्केटिंग करीब 10,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी बच्चियों को खोजने में जोर-शोर से जुटे थे ।
महेश नगर थाना इलाके से 3 फरवरी को लापता हुई थी दोनों बच्चियां ,बच्चों को खोजने के लिए एसआईटी की टीम का भी किया था गठन कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव प्रतिदिन कर रहे थे मामले की मॉनिटरिंग ,एटीएस के तकनीकी स्पोर्ट से,बच्चों के मिल जाने के बाद पुलिस ने ली अब राहत की सांस, बच्चियों को सकुशल लखनऊ से जयपुर ला रही है पुलिस।
आप सभी के सहयोग से 54 दिनों से गायब दोनों राजपुरोहित लड़कियां जयपुर पुलिस को लखनऊ में मिल गयी हैं। आप सभी के सहयोग के लिए धन्यवाद राजपुरोहित समाज इण्डिया व सुगना फाउंडेशन परिवार
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Good news Sawai ��
ReplyDeleteGood
ReplyDeleteअच्छी बात है आ गई लङकीया पर बहुत गलत हुआ उन बच्चियों का भी परिवार कुशल नहीं है वह पढ़ी-लिखी एक एडवोकेट की बेटी होते हुए भी अगर लगभग 2 महीने तक घर पर संपर्क नहीं किया अगर वह जॉब भी कर रही होगी कहीं मार्केटिंग तभी उसे संपर्क करना था और अगर कोई परिस्थिति इस तरह की रही होगी तो भी इतने दिन तक बाहर रहना कभी उचित नहीं मान सकते
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