पुलिस हो या नेता अब इनकी नहीं चलेगी गुंडागर्दी।
दोसा राजस्थान में डॉ अर्चना का सुसाइड करने पर विरोध प्रदर्शन 31 मार्च को पूरे आगरा में सभी चिकित्सा पद्धतियों के चिकित्सकों ने हड़ताल में अपना समर्थन दिया तथा शामिल हुए डॉक्टर टीम के साथ शहीद स्मारक तक पैदल मार्च निकालकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। चिकित्सकों ने 1 दिन अपने किलनिक को बंद रखकर किया विरोध दर्ज.
डॉक्टर एम पी सिंह राजपुरोहित चिकित्सा प्रकोष्ठ संयोजक भारतीय जनता पार्टी आगरा ने कहा किसी भी चिकित्सक पर हत्या यानी 302 की एफ आई आर लिखी जा सकती है सुप्रीम कोर्ट ने जैकब और मैथ्यू की रिट में एक दशक से पहिले स्पष्ट निर्देश दिया था। कुछ वर्ष पहले एक कोर्ट ने यह भी निर्देशित किया था किसी चिकित्सक की लापरवाही होने पर भी उसके ऊपर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज नहीं हो सकता। दोनों आदेश चिकित्सकों को अनावश्यक मानसिक प्रताड़ना से बचाने और चिकित्सा की मूल भावना को बचाने के लिए दिए गए थे। इसके बावजूद भी रोज कहीं ना कहीं पूरे देश में चिकित्सकों के खिलाफ एफ आई आर कर दी जाती है। सीधे-सीधे कोर्ट के आदेश की अवहेलना! डॉ अर्चना शर्मा की हत्या में जो पुलिस वाले लिप्त थे क्या उन पर contemt of court लगेगा? धारा 156/ 3 के अंतर्गत भी लोअर कोर्ट चिकित्सकों के खिलाफ एफ आई आर की संसुति कर देते हैं! बड़े कोर्ट स्वतः संज्ञान में कब लेंगे? 1 वर्ष में चार चार बार दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में देशव्यापी हड़ताल कर सरकार को चुनौती देने वाली डॉ टीम कब मीनिंग फुल /सार्थक काम करेगी?
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