ब्रहमधाम आसोतरा के गादीपति एवं राजपुरोहित समाज के धर्माधीकारी संत अनंत श्री विभूषित ब्रह्मऋषि ब्रह्माचार्य श्री ब्रह्मा सावित्री सिध्द पीठाधीश्वर श्री 1008 तुलसाराम जी महाराज का संक्षिप जीवन परिचय
नाम : - संत श्री 1008 तुलसाराम जी महाराज
पिता का नाम: :- श्री प्रताप सिंह जी राजपुरोहित
माता का नाम:- श्रीमती लहरी देवी
जन्म तिथि :- 3 सितंबर, 1952 ( विक्रम सम्वत 2009 भादवा सुदी चवदश (चतुर्दशी) बुधवार
जन्म स्थान : - गाँव इन्द्राणा, तहसील सिवाना, जिला बाड़मेर (राजस्थान) भारत
गौत्र : - परासर ऋषि गोत्र '' पांचलोड राजपुरोहित''
सन्यास {वैराग्य} जीवन : - बाल ब्रह्मचारी
गुरू दिक्षा : - ब्रह्मवतार संत श्री श्री 1008 श्री खेतेश्वर महाराज ''आसोतरा''
प्रचलित नाम :- श्री तुलछारामजी महाराज, अध्यक्ष ब्रह्मधाम आसोतरा ट्रस्ट
वर्तमान गादी पति :- ब्रह्मधाम ''आसोतरा'', तहसील बालोतरा (बाड़मेर) राजस्थान
उपलब्धि विशेष :- ब्रह्मधाम आसोतरा ट्रस्ट के अध्यक्ष,
संत श्री खेतारामजी महाराज की विशाल समाधि (वैकुण्ठधाम) का निर्माण,
प्रति वर्ष श्री खेतेश्वर ''बरसी'' का आयोजन,
समाज के प्रतिभाशाली छात्रछात्राओं का सम्मान करना,
गोवंश संरक्षण तथा देश-प्रदेश की अधिकतम धार्मिक एवं सामाजिक यात्राऐं करना इत्यादि!
संत श्री तुलछारामजी महाराज का जन्म 3 सितंबर 1952 ( विक्रम सम्वत 2009 भादवा सुदी चवदश (चतुर्दशी) बुधवार को बाडमेर जिले के सिवाणा तहसील के गांव इन्द्राणा में श्री प्रताप सिंह जी पांचलोड राजपुरोहित के यहां माता श्री लहर देवी की कोख से हुआ! आपका ननिहाल गांव सराणा है!
माताजी और पिताजी को तिर्थ करवाते संत श्री तुलछाराम जी महाराज |
संत अनंत श्री विभूषित ब्रह्मऋषि ब्रह्माचार्य श्री ब्रह्मा सावित्री सिध्द पीठाधीश्वर श्री 1008 तुलसाराम जी महाराज के द्वारा राजपुरोहित समाज का चहुमुखी विकास हो रहा है!
प्रस्तुतकर्ता :- सवाई सिंह राजपुरोहित
(मेघलासिया जोधपुर)
कोई सुझाव देना चाहते है! तो हमसे संपर्क करे!
हमारा ई-मेल पता है :- sawaisinghraj007@gmail.com
आभार
ReplyDeleteVery nice jagidaro ne
ReplyDeleteVery nice jagidaro ne
ReplyDeleteजानकारी के लिए धन्यवाद .
ReplyDeleteआप सब का तहे दिल से बहुत बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी!!हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!
ReplyDeleteBahot Dhanyavad
Deleteबहुत अच्छा ""जय दाता जगिदारो ने ""
ReplyDeleteबहुत अच्छा ""जय दाता जगिदारो ने ""
ReplyDeleteदिनेश जी धन्यवाद और आभार आप का अपना स्नेह बनाये रखें और यदि ब्लाग्स अच्छे लगें.तो कृपया अपना समर्थन भी दें.
ReplyDeletethank you jay daata ri sa
ReplyDeletewelcome hkm jai data ri sa
DeleteHukam jai raghunath ji ri ye web side se bahut achi jankari mili hukam apko bahut bahut dhanywad
ReplyDeleteजय दाता री सा!
ReplyDeleteधन्यवाद! राजपुरोहितौ कै ईतिहास कै बारे मै बतानै कै लीये.
Tanks.
ReplyDeleteजय माताजी
ReplyDeleteमें केवल राजगोर द्वारका, गुजरात से। हम बुजड राजपुरोहित है, कुलदेवी वांकल माता है। उपरोक्त लेख में बुजड का कही भी उल्लेख नहीं है। कृपया बुजड का जो भी इतिहास आपके पास हो में जानना चाहता हु, हम बुजड कैसे बने ? गुजरात जाकर राजगोर क्यों कहे गए ? और हमारे बुजुर्ग कहते है की हमने जैसलमेर का पानी हराम कर रखा है। कृपया ईमेल करे या फ़ोन से संपर्क करें।
ज्योतिषाचार्य केवल राजगोर
आप सब का तहे दिल से बहुत बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी!!हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!
ReplyDeletehukum jai kheteshewr ri sa sabhi Jagidaro ne hukum
ReplyDeleteजय गुरूदेव री सा
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