पाली, राजस्थान: जापानी नागरिक और H2 मिल्क फ़ार्म के संस्थापक हिदया येमूरा ने भारत की गौ संस्कृति और देसी गायों के प्रति अपना गहरा सम्मान व्यक्त किया है। उन्होंने हाल ही में आयोजित होने वाली 'गौ-राष्ट्र यात्रा' और 'गौ-महाकुंभ' जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के लिए अपना पूर्ण समर्थन दिया है। इस पहल ने न केवल दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत किया है, बल्कि देसी गायों के संरक्षण और संवर्धन के महत्व को भी रेखांकित किया है।
H2 मिल्क फ़ार्म, जो पाली में देसी गायों के दूध के उत्पादन और विपणन में कार्यरत है, ने भारतीय गौ-वंश के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। इस फार्म का उद्देश्य जापानी तकनीक और भारतीय पारंपरिक मूल्यों का समन्वय करके उच्च गुणवत्ता वाले देसी गाय के दूध को उपलब्ध कराना है।
गौ-राष्ट्र यात्रा और गौ-महाकुंभ के आयोजकों को बधाई:
हिदया येमूरा और उनके जापानी मित्रों ने विशेष रूप से इन दोनों कार्यक्रमों के संयोजक भारतसिंहजी शिवतलाव को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन भारतीय संस्कृति की समृद्धि और गौ माता के महत्व को दर्शाते हैं। येमूरा ने विश्वास जताया कि ये कार्यक्रम देसी गायों के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
देशी गायों के प्रति जापानी दृष्टिकोण:
हिदया येमूरा का यह कदम दिखाता है कि विदेशी मित्र भी भारतीय संस्कृति और देसी गायों के महत्व को समझ रहे हैं। वे मानते हैं कि देसी गाय का दूध न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, बल्कि यह प्राकृतिक और टिकाऊ कृषि का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है