मैसूरु. जिला के बन्नुर स्थित रोटरी स्कूल परिसर में राष्ट्र कवि कुवेम्पु की 119 वी. जयंती मनाई गई । मुख्य अतिथि रोटरी स्कूल के पूर्व अध्यक्ष समाजसेवी बनूर महेंद्र सिंह राजपुरोहित व शिक्षको ने कुवेम्पु के चित्र पर पुष्प अर्पण किए ।
महेन्द्र सिंह राजपुरोहित ने उनके जीवन पर परिचय डालते हुए बताया कुप्पली वेंकटप्पा पुटप्पा (29 दिसंबर 1904 - 11 नवंबर 1994), अपने कलम नाम कुवेम्पु ( सुनो ) से लोकप्रिय , एक भारतीय कवि, नाटककार, उपन्यासकार और आलोचक थे। उन्हें व्यापक रूप से 20वीं शताब्दी का सबसे महान कन्नड़ कवि माना जाता है। वह ज्ञानपीठ पुरस्कार पाने वाले पहले कन्नड़ लेखक थे । राष्ट्र कवि के द्वारा कन्नड़ साहित्य संस्कृति हेतु दिए गये योगदान की जानकारी दी ।
इस अवसर पर प्रधानाध्यापिका मेघना,नंजुड स्वामी, शिक्षक सिद्दू, शारीरिक शिक्षक सुरेश, बंगरप्पा सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित रही।
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