श्री सेवड़ कूप सूतन मे ठाकुर मुलराज मेहराण दिल्लीपत्ती बाबर देखे ईणामे
सेवड़वंश रो भाण
आप सेवड़ शिरोमणी राजपुरोहित ठाकुर मुलराज जी रावगंगा जी के समय मारवाड़ रियासत के राजपुरोहित थे!आपके पास करीब 11ठिकाणो की जागीर थी । मुलराज जी ने अनेक युध्दो मे अर्गणी योध्दा की भुमिका निभाकर विजय हासिल की। आपने अपने ठिकाणो मे कई हवेलीया, पोळ, दरीखाने, बावड़ीया, तालाब, मन्दिर , आदि का निमर्ाण करवाया ।
राजपुरोहित ठाकुर मुलराज जी के वंशज मुलराजोत, मुलावत, मालावत ईत्यादी नामो से जाने जाते है। तथा प्रसिद्द #अखेराजोत राजपुरोहित वंश इनहि खापं/ सन्तान हैं!!! आप ही के बड़े बेटे को राजपुरोहित समाज मे सबसे पहले #सिह की उपाधी #शेरशाह सूरी व #रावमालदेव के बीच हुऐ युध्द मे विरता पुर्वक विरगती प्राप्त करने के उपरांत मिली
ऐसे ही इतिहास के बिखरे छिपे हुए पन्नों मे राजपुरोहितो की गौरव गाथाओ भरी हुई है,सजाने संवारने की आवश्यकता है......सुगना फाऊंडेशन,
यदि हमारा प्रयास आपको पसंद आये तो फालोवर(Join this site)अवश्य बने. साथ ही अपने सुझावों से हमें अवगत भी कराएँ.
यहां तक आने के लिये सधन्यवाद.... आपका सवाई सिंह राजपुरोहित
जय रघुनाथ जी री सा
ReplyDeleteआइये राजपुरोहित समाज से जुड़कर समाज को नई ऊँचाइयाँ एवं विकास के इस दौर में डिजिटल बने और बनाएं|
हमारा प्राथमिक एवं अंतिम उद्देश्य यह है कि समाज के प्रत्येक भाई-बन्धु को हमारे राजपुरोहीताई पदवी का आभास दिलाकर, नवयुवाओ जिन्होंने शिक्षा एवं आधुनिकता के चलते हम कौन है? का प्रश्न उठाया है| हमने उसे पुर्णतः संतुष्ट करने हेतु समाज के उद्देश्य एवं विकास के क्रम को समझाते हुए गौत्र, इतिहास, कुलदेवी-कुलदेवता, महान संत, भामाशाह, साहित्यकार, कवि-लेखक, प्रतिभावान, समाज की प्रतिष्ठित शिक्षा एवं सेवा समितियां, प्रतिष्ठान आदि की सम्पूर्ण जानकारियों को आपके समक्ष प्रस्तुत कर सभी की जिज्ञासाओं को शान्त करने का भरकश प्रयास किया है|
इसी के साथ आज के इस भाग-दौड भरे जीवन में हम अपना समय नही दे पाने से कनेक्टिविटी नहीं रख पते है| हमने सभी को एक ही प्लेटफार्म पर लाकर खड़ा किया है ताकि आप एक-दूसरे समाज-बंधुओ से संपर्क आसानी से कर सकते है|
SEWAD RAN SIRMOD
DeleteJAI MATA DI SA
JAI RAGHNATH JI RI SA
Sawai singh aap bhut acha kaam kar rhe h. Me tarif karu utni kam h.aap hkm aage bhi aaise history batate rhi ye
ReplyDelete