चेन्नई के राजपुरोहित बाल संस्कार शाला मे हुआ साध्वी संतोषबाई बिकरलाई का स्वागत चेन्नई के साहुकारपेट क्षेत्र स्थित समुन्द्र मुदली स्ट्रीट खेतेश्वर भवन मे प्रत्येक रविवार को संचालित होने वाली राजपुरोहित बाल संस्कार शाला मे रविवार सुबह 10-00 बजे साध्वी संतोषबाई बिकरलाई का आगमन हुआ जिनका राजपुरोहित बाल संस्कार शाला द्वारा माल्यार्पण स्मृति चिह्न एवं पाठयपूस्तिका प्रदान कर स्वागत किया।
इस अवसर वे विधार्थीओ को अपने प्रवचन मे बताया कि संस्कार ही जीवन कि धरोहर है संस्कारो से ही चरित्र का निर्माण होता है उन्होने बताया कि संस्कार ही मानव कि सबसे बडी पूंजी है इसलिए अभिभावक अपने बच्चो कि संस्कार शाला मे भेज कर सुसंस्कारी बनाए मां बाप कि सेवा करे ये ही सबसे बडा तीर्थ है जीवन विनम्रता रखे झुकने कि प्रवृति रखे इस अवसर पर उनका संस्कार शाला कि बालिका खुशी सायला हेमलता बासडाधनजी ने माल्यार्पण कर एवं रमेशसिह सांकरणा व गोपाल गोपालसिह बासडाधनजी ने पाठयपूस्तिका एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया कार्यक्रम का संचालन नन्दकिशोर मनोरा ने किया कार्यक्रम कि रूपरेखा बगसिह बागरा ने तय की।
चेन्नई से बगसिह राजपुरोहित बागरा की रिपोर्ट
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