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राजपुरोहित प्रतिभा सम्मान समारोह सम्पन्न
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भीनमाल । शिक्षा से ही समाज और राष्ट्र का विकास संभव है । समाज और राष्ट्र के विकास का आधार स्तम्भ शिक्षा ही है क्योंकि शिक्षा के बगैर कोई भी समाज या राष्ट्र प्रगति नहीं कर सकता । वर्तमान में हरेक समाज बालकों की शिक्षा पर तो पूरा ध्यान देते मगर बालिकाओं की शिक्षा पर गंभीर नहीं इसलिए बालिकाओं की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की महत्ती दरकार है । यह विचार बाबा रामदेव शोधपीठ जेएनवियू के निदेशक प्रोफेसर डॉ.गजेसिंह राजपुरोहित ने श्रेष्ठ भारत संस्थान द्वारा आयोजित राजपुरोहित प्रतिभा समान समारोह में अपने अध्यक्षीय उदबोधन में व्यक्त किये ।
संस्थान के संयोजक ललितसिंह राजपुरोहित ने बताया कि इस विधार्थी सम्मान समारोह में वयोवृद्ध एडवोकेट श्री हरिशंकर सांथू ने अपने मुख्य अतिथि वक्तव्य में समाज की दयनीय शैक्षणिक एवं राजनैतिक दशा को उजागर करते समाज को संगठित होकर आगे बढ़ने का आव्हान किया । उन्होंने कहा कि हमें हमारे गौरवशाली इतिहास को सहेज कर रखना होगा । विशिष्ट अतिथि अधिवक्ता नैनसिंह साँकरना ने सामाजिक कार्यकर्ता को निःस्वार्थ भाव से सेवा करने के सीख दी। तहसीलदार शैतान सिंह ने युवाओं को प्रशासनिक सेवा के लिए मेहनत करने का आव्हान किया । अधिवक्ता शंकरलाल बागरा ने युवाओं को इमानदारी और मेहनत से सकारात्मक प्रयास हेतु प्रेरित किया ।
भीनमाल प्रधान धुखाराम राजपुरोहित कहा कि हमें गोत्र और क्षेत्रीयता के स्थान पर राष्ट्रीय परिपेक्ष्य में सोचने की जरूरत है ताकि हम समाज के साथ राष्ट्र के कल्याण हेतु हम सदैव अपना कर्तव्यपालन कर सके । चिकित्सा अधिकारी डॉ. बाबूलाल रानीवाड़ा प्रतिभा प्रोत्साहन समारोह का महत्व उजागर किया । सहकारिता निरीक्षक किशोरसिंह मूंथला काबा ने समाज के छात्रावासो का महत्व बताकर उनकी सार संभाल की दरकार जताई । इस अवसर पर समाजसेवी भँवरलाल दुदावत कारलू , विकास अधिकारी तुलसाराम सांचोर , यूथ कांग्रेस महासचिव सुनील दौलपुरा, उद्योगपति सूरज दासपां तथा सरपंच प्रतिनिधि रमेश रोपसी ने भी अपने विचार व्यक्त किये ।
समारोह संयोजको एडवोकेट सत्यवान सिंह ने बताया कि इस भव्य शैक्षणिक समारोह में राजपुरोहित समाज के 110 होनहार छात्र-छात्राओं को अतिथियों द्वारा प्रशस्ति पत्र, मोमेंटो और अन्य उपयोगी सामग्री प्रदान कर पुरस्कृत किया गया । समारोह में ललित सिंह वणदार द्वारा सम्पादित पुस्तक “कुरुक्षेत्रे धर्मक्षेत्रे” नामक पुस्तक का विमोचन भी किया गया ।
समारोह के प्रारंभ में मां सरस्वती एवं गुरुदेवश्री के चित्र पर माल्यार्पण कर अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित किया गया । संस्थान द्वारा अतिथियों के स्वागत पश्चात ललित सिंह वणधर ने स्वागत भाषण दिया । कार्यक्रम में समाज के भामाशाहो का अभिनंदन हुआ । राजपुरोहित समाज के इस भव्य शिक्षा सम्मेलन में स्थानीय एवं प्रदेश के अनेक शिक्षाविदो, साहित्यकारो, अधिकारियों, समाजसेवियो, राजनेताओं , उद्योगपतियों एवं विभिन्न क्षेत्रो से जुड़े हुए लोगो के साथ मातृ शक्ति ने भाग लिया । समारोह का संचालन भाविन कुमार ने किया तथा एडवोकेट सत्यवान सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।
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