एक तो यह भयंकर गर्मी जिसमें मानव जीवन का भी रहना मुश्किल हो गया उसमें एक बार हम सोचे कि इन पक्षियों की की हालत क्या होती होगी जो कुछ बोल भी नहीं पाते और प्रचंड गर्मी में पानी के लिए दर-दर भटकते हैं परिंदे, आप भी कर सकते हैं मदद राजस्थान में छोटे-छोटे बच्चे कर रहे हैं एक छोटी सी पहल जो वाकई काबिले तारीफ है इस योजना का नाम दिया है सेल्फी विद परिंदे यह टीम बालोतरा की एक पहल है जो वाकई काबिले तारीफ है।
टीम बालोतरा द्वारा बेजुबान पक्षियों के पानी व्यवस्था के लिए चलाई जा रही मुहिम सफल रही क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया और अपने ही घरों में रहकर स्वयं द्वारा बनाए गए परिंदे जो कोरे लगाए गए और नियमित परिंदों में पानी डालने का भी शपथ ली टीम बालोतरा प्रभारी सेलुसिंह ने बताया कि इस बार मुहिम में नन्हे नन्हे बालक बालिकाओं की ने भी हिस्सेदारी निभाई किंतु पिछले साल के मुकाबले बहुत कम है परिंदे लगाए गए अध्यक्ष कुलदीप सिंह सोडा ने प्रेस वार्ता कर समस्त क्षेत्रवासियों को अधिकाधिक परिंदे लगाने और कोविड-19 कोरोना काल में बेजुबान के लिए आमजन और युवाओं को आगे आने की गुजारिश की इस मुहिम में बावड़ी के कुलदीप तमन्ना, खुशी, डिंपल राजपुरोहित सोडा आदि नन्हे मुन्ने बालक व बालिकाओं ने भाग और लिया।गोविंद सिंह सोढा, सतीश सिंह, जालम सिंह, मुकेश सिंह, कवराज सिंह भारतीय सहित काफी बंधुओं भागीदारी निभाई संस्थान संस्थापक ओम सिंह ने सभी का आभार प्रकट किया।
"पक्षियों परिंदा"
छोटी बच्ची डिंपल सोढ़ा धारणा(राजस्थान) द्वारा पक्षियों को पानी परिंदा .
बच्ची का आवान घर पर एक परिंदा जरूर लगाएं इस गर्मी से पक्षियों के लिए पानी उपलब्ध कराएं ओर चिड़ियों को दें थोड़ी छांव और थोड़ा सा प्यार
समाज और मानव मात्र के लिए अच्छी मिसाल पेश की है।
हिंदूस्थान के मरूभूमि पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिले में जहां तापमान 40॰ ऊपर ही है।।
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