गौभक्त युवाओं ने सेवा सहयोग किया।
-----------------------
धनाणी ।
एक गौमाता ने स्वस्थ बछिया को जन्म दिया । गौमाता प्रसव पीड़ा से बहुत तड़प रही थी लेकिन उग्र स्वभाव की(मारकणी) होने के कारण कोई लोग नजदीक भी नही जा रहा थे। गौमाता का दर्द सच्चे गौभक्त कैसे सहन कर सकते है । गौभक्त नरपतसिंह राजपुरोहित साहस करके गौमाता के पास गए और प्रसव पीड़ा से मुक्त कराकर सच्ची गौभक्ति का परिचय दिया।
सरकार व समाज की कमजोरी के कारण हर राज्य के हर गांव शहर में गाय सड़क पर आ गई। समस्त मानव जाति की माँ मानी जाने वाली गाय को आज सड़क या जंगल मे प्रसव करना पड़ रहा हैं जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं । चार दशक पहले तक गौमाता का बहुत आदर सम्मान था खेती का आधार ही गौमाता थी। आज केमिकल वाली खाद से भूमि अनुपजाऊ व अनाज की गुणवत्ता घटकर 50% रह गई। आज शहर के लोग नकली दुध पीकर खुश हो रहे है। जैसे जैसे मनुष्य गाय से दूर हो रहा हैं वैसे वैसे कई प्रकार की बीमारियां ओर हॉस्पिटल बढ़ लगातार बढ़ रहे है।
गौमाता के प्रसव पर नरपतसिंह के साथ भीखसिंह, उम्मेदसिंह, जोइताजी व रमेश पुरोहित आदि युवा मौजूद रहे जिन्होंने सेवा सहयोग जुटाया।
न्यूज़ by ✍ गोपाल सिंह राजपुरोहित जोड़वाड़ा
No comments:
Post a Comment
यदि हमारा प्रयास आपको पसंद आये तो फालोवर(Join this site)अवश्य बने. साथ ही अपने सुझावों से हमें अवगत भी कराएँ. यहां तक आने के लिये सधन्यवाद.... आपका सवाई सिंह 9286464911